पत्थरों के शहर में कच्चे मकान कौन रखता है...! आजकल हवा के लिए रोशनदान कौन रखता है...!! अपने घर की कलह से फुरसत मिले तो सुने…! आजकल पराई दीवार पर कान कौन रखता है...!! खुद ही पंख लगाकर उड़ा देते हैं चिड़ियों को..! आज कल परिंदों मे जान कौन रखता है..!! हर चीज मुहैया है मेरे शहर में किश्तों पर..! आज कल हसरतों पर लगाम कौन रखता है..!! बहलाकर छोड़ आते है वृद्धाश्रम में मां_बाप को..! आज कल घर में पुराना सामान कौन रखता है…!! सबको दिखता है दूसरों में इक बेईमान इंसान…! खुद के भीतर मगर अब ईमान कौन रखता है…!! फिजूल बातों पे सभी करते हैं वाह-वाह..! अच्छी बातों के लिये अब जुबान कौन रखता है ( राहत इन्दौरी)
गौ-पीयूष (Cow-Colostrum) : गौ माता का मनुष्य को वरदान गौ माता से हम मानवों को एक विशेष पदार्थ उपहार स्वरूप मिलता है - गौ-पीयूष (Cow-Colostrum) एक गाय प्रसूत होने के उपरान्त एवं दूध स्त्रवण से पहले 72 घंटों में जो पीला, गाढ़ा द्रव्य पदार्थ स्त्रावित होता है, उसे ही गौ-पीयूष (Cow-Colostrum) या स्थानीय भाषा में खीस कहतें हैं. गौ पीयूष की मात्रा लगभग 36 लीटर होती है. मानवों में पीयूष स्त्रवण मात्र दो दिन तक ही होता है और उसकी मात्रा अत्यल्प होती है. पीयूष गाढ़ा, दिखने में पीला तथा हाथ से छूने में अत्यधिक चिकना होता है. 1. Immunoglobins: शरीर पर कीटाणुओं का मजबूती से सामना करतें हैं. 2. Lactoferrin: ये शरीर में लौह तत्त्व को मजबूत करतें हैं, सूजन कम करतें हैं. 3. Proline Rich Polypeptide (PRP): PRP गौ-पीयूष में पाया जाने वाला सबसे लाभकारी तत्त्व है, यह शरीर की रोग-प्रतिरोधक शक्ति को बढाता है, शरीर में एंटीबाडीज / एंटीजन की कोशिकाओं में बढोतरी करता है ये एंटीबाडीज कीटाणुओं और कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करते हैं, HIV से ग्रसित मरीजो में CD4 कोशिकाओं की बढोतरी करता है. 4...
जीसस ने कहा था : "मैं ईश्वर की संतान हूं।" मोहम्मद ने कहा था : "वो ईश्वर के संदेशवाहक हैं।" सिर्फ श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में छाती ठोक के कहा था : . पार्थ! मैं ही "ईश्वर" हूँ..
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